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अवैध गाइड दर्शनार्थियों के 17 मोबाइल लेकर भागा: सीसीटीवी फुटेज में हुई पहचान, जानिए घटना के बाद गाइड संगठनों ने क्या कहा

Vikram Mehrotra

Varanasi : बाबा काशी विश्वनाथ और माता विशालाक्षी मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर अवैध गाइड ने तमिलनाडु से आए करीब 40 लोगों के ग्रुप से डील तय की। विशालाक्षी मंदिर में दर्शन करने के बाद ग्रुप बाबा का दर्शन करने के लिए लाहौरी टोला के रास्ते कॉरिडोर में पहुंचा।

वहां उस अवैध गाइड ने पहले तो चिकनी-चुपड़ी बातें करके यात्रियों को अपने विश्वास में लिया, फिर चप्पल वहीं खुलवाकर मोबाइल और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को बजाय लॉकर में रखवाने के अपने गमछे में यह कहकर रखवा लिया कि वह यहीं रहकर उनका इंतज़ार कर रहा है, तब तलक वे दर्शन करके आएं।

अवैध गाइड के भोलेपन में फंसकर यात्रियों ने उस पर विश्वास करके अपनी डिजिटल घड़ी, 17 एंड्रॉइड मोबाइल और अन्य सामान उसके हवाले करके मन्दिर की ओर चले गए। इधर, उनके जाने के दस मिनट बाद अवैध गाइड उनके मोबाइल लेकर फरार हो गया। करीब डेढ़ घंटे बाद यात्रियों का दल जब वापस उस स्थान पर पहुंचा, तो वहां उनके चप्पल तो मिले लेकिन गाइड नहीं मिला।

यह सोचकर कि गाइड कुछ खाने-पीने इधर-उधर कहीं गया होगा, उन्होंने उसका दो घंटे इंतज़ार किया। इस बीच, उनमें से एक-दो यात्रियों ने स्थानीय लोगों से मोबाइल लेकर अवैध गाइड को दिए मोबाइलों पर फोन मिलाना शुरू किया, मगर हर एक बार, हर एक नंबर बन्द मिला। हर मानकर यात्रियों ने ज्ञानवापी कंट्रोल रूम जाकर इसकी शिकायत की।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुआयना करने के साथ ही उस अवैध गाइड की काफी तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज देखा तो उसमें काला कपड़ा पहने और ग्रे टोपी लगाए हाथ में गमछे की पोटली लेकर जाते अवैध गाइड दिखा तो यात्रियों ने उसे पहचान लिया। दूसरी ओर, अवैध गाइड के द्वारा पर्यटकों के 17 मोबाइल और अन्य सामान गायब किये जाने की यहां के अनेक गाइड संगठनों ने तीव्र आलोचना की है।

टूरिस्ट गाइड एसोशिएशन वाराणसी के अध्यक्ष जैनेंद्र कुमार राय ने कहा कि ये कैसी विडंबना है कि वाराणसी में उत्तर प्रदेश पर्यटन तथा केंद्र सरकार का पर्यटन विभाग इंडिया टूरिज्म दोनों ही और बेहतरी के लिए कार्यरत हैं, इसके बावजूद कोई कोई घटना घटित हो जा रही है।

आईटीएफए उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष विक्रम मेहरोत्रा ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इंडिया टूरिज्म वाराणसी को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी देशी या विदेशी पर्यटक के साथ कोई भी अवैध व्यक्ति न लगने पाए। टीजीएफआई के राष्ट्रीय सलाहकार अखिलेश कुमार ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉर्रिडोर क्षेत्र में लाइसेंसी गाइडों के लिए अविलंब गाइड सेवा केन्द्र की व्यवस्था होनी चाहिए।

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